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नीरज ग्रोवर हत्‍याकांड में सबूतों को नष्‍ट करने वाली अपराधी के बारे में जब न्‍यूज चैनलों को सूचना मिली कि वो बिग बॉस के अगले सीजन में हिस्‍सा लेने वाली है, वह एकाएक मनोरंजन चैनल में बदल गये। हालांकि बिग बॉस ने इस खबर का दूसरे दिन खंडन कर दिया। युवा मीडिया क्रिटिक विनीत कुमार ने न्‍यूज चैनलों की इस बदहवासी पर फौरी टिप्‍पणी की थी, जिसे हम दो दिन बाद छाप रहे हैं, उनसे क्षमायाचना के साथ : मॉडरेटर
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रज ग्रोवर हत्याकांड मामले में कन्‍नड़ अभिनेत्री मारिया सुसाईराज तीन साल की सजा काटकर जब सलाखों से बाहर निकली, तो जैसे टीवी चैनल उस पर एहसान करने के लिए आमादा थे। शाम तक तो न्यूज चैनलों ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया कि मारिया ने प्रेस कॉनफ्रेंस में ऐसा कुछ भी नहीं कहा, जिससे लगे कि उसे अपनी गलती का एहसास है या फिर तीन साल तक जेल की सजा काटने पर कुछ हद तक विनम्रता आयी है। अधिकांश चैनल इस बात को लेकर ही लूप चलाते रहे कि मारिया ने नीरज ग्रोवर पर कुछ भी कहने से मना कर दिया। लेकिन जैसे ही चर्चित रियलिटी शो बिग बॉस की तरफ से बयान आया कि वो नये सीजन में मारिया को लेना चाहेंगे तो सारे चैनलों ने बाकी मसलों पर बात करने के बजाय सिर्फ और सिर्फ बिग बॉस और मारिया को लेकर स्टोरी करनी शुरू कर दी।
आजतक ने प्राइम टाइम में स्टोरी चलायी – बुरा होना अच्छा होना है और इसे बाकायदा चैनल के सबसे अक्लमंद समझे जानेवाले एंकर अजय कुमार ने होस्ट किया।
स्टार न्यूज को चूंकि मनोरंजन की खबरों में महारथ हासिल है और उसे इसका खून कुछ इस तरह लगा है कि दीपक चौरसिया जैसे राजनीतिक खबरों में दिलचस्पी रखनेवाले मीडियाकर्मी भी कभी जॉन अब्राहम को बाइक पर तो कभी मलिका शेहरावत के साथ हिस्स करते नजर आते हैं, उसने प्रोग्राम में बाकायदा ये भी दिखा दिया कि मारिया शो में इंट्री लेगी तो किस तरह दिखेगी, वो मारिया और नीरज ग्रोवर हत्याकांड की फुटेज दिखाने से कहीं ज्यादा बिग बॉस की फुटेज दिखाना शुरू कर देता है।
इंडिया टीवी का इस मामले में अपना संस्कार है और उसने ऐसे दिखाया मानो कि मारिया शामिल हो चुकी है और बिग बॉस का नया सीजन शुरू हो गया है।
न्यूज24 सोनिया गांधी से मिलने के बाद अन्ना को सीधे लाइव लेने की कोशिश में था और एक्‍सक्‍लूसिव की बड़ी बड़ी पट्टियां चला रहा था, लेकिन जैसे मारिया वाली खबर आयी – वो भी इस खेल में कूद गया। स्टार न्यूज ने तो मारिया-मारिया गाने तक इस्तेमाल कर दिये।
इस पूरी कवरेज को अगर आप गौर से देख रहे होंगे तो अंदाजा लगा रहे होंगे कि कैसे एक बेहद ही गंभीर खबर जो कि अपराध और हार्डकोर न्यूज की कैटेगरी में आनी चाहिए, अकेले बिग बॉस और उधर रामगोपाल वर्मा के कूदने से खालिस मनोरंजन की खबर बन जाती है और फिर धीरे-धीरे मारिया की लेडीज पुलिस द्वारा ले जाती हुई, सलाखों के पीछे और प्रेस कॉनफ्रेंस की फुटेज सिर्फ और सिर्फ फिल्मी और एलबम सीनों की तरफ खिसकती चली जाती है। राजनीति, अपराध, हार्डकोर न्यूज और सरोकार की खबरें कैसे मनोरंजन की तरफ शिफ्ट की जाती है और उसके भीतर की तथ्यात्मकता और मतलब को ध्वस्त करके नया मतलब रचती है, इसे ऐसे ही मौके पर समझा जा सकता है।
परसों रात के प्राइम टाइम में दो बातें और गौर करने लायक थी। एक ये कि स्टार न्यूज जब मारिया की खबर दिखा रहा था तो अचानक से उसकी फुटेज के ऊपर बाबा रामदेव की फुटेज आ जाती है और फिर स्टार न्यूज पर बाबा रामदेव लिखा आता है। मतलब ये कि जो खबर चल रही है, उसे बाधित करते हुए अगली खबर के लिए ऑडिएंस की बुकिंग। हम कन्फ्यूज होते हैं कि कहीं गलत फुटेज तो नहीं डाल दिया गया एडीटिंग मशीन पर बैठी संतानों ने? और दूसरा कि न्यूज24 बार-बार लिख रहा था, नाउ प्लेइंग। मतलब अब खबरें दिखाने की नहीं प्ले करने की चीज हो गयी है।
जो न्यूज चैनल पिछले महीनों बिग बॉस की अश्लीलता और उसकी प्रासंगिकता को लेकर गले फाड़-फाड़कर पैनल डिशक्शन करा रहा था, एनडीटीवी ने इस पर मुकाबला कराया था, परसों रात किसी ने भी ये सवाल नहीं उठाया कि जिस तरह से बिग बॉस एक के बाद एक दागदार और आरोपी शख्सियत को अपने शो में शामिल कर रहा है, वो किस हद तक जायज है? क्या सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय इस दिशा में कुछ पहल करेगा? सबने रातोंरात मारिया को राखी सावंत और वीना मलिक की तरह टीआरपी एलीमेंट में कनवर्ट कर दिया। अब जल्द ही ऑडिएंस भूल जाएगी कि मारिया को किसी की हत्या की साजिश में तीन साल की सजा भी हुई थी?
न्यूज चैनल अगर अपनी स्ट्रैटजी के तहत ऐसे सवाल उठाने से मुंह भी चुरा ले तो क्या ये एक जरूरी सवाल नहीं है कि जिस तरह से बिग बॉस राहुल महाजन, वीना मलिक, बंटी चोर और मारिया… एक के बाद एक आरोपी और दागदार लोगों को अपने शो में शामिल करता है, क्या ये उसका पैमाना है कि सबसे खराब या समाज के लिए बुरा करार दिया जानेवाला शख्स बिग बॉस के लिए सबसे योग्य है? बिग बॉस को इस बात का अधिकार किसने दिया है कि वो ऐसे शख्स को शो में शामिल करके उसकी मेकओवर कर दे? राहुल महाजन ने क्या किया, वीना मलिक किन कारणों से मीडिया में चर्चा में आयी, आज अधिकांश लोग भूल चुके होंगे या नहीं भी भूले होंगे तो अब इनलोगों को दूसरे तरीके से याद करते होंगे।
राहुल महाजन की तो बिग बॉस, स्वयंवर और छोटे मियां में शामिल करके बहुत ही शॉफ्ट छवि गढ़ दी गयी। वीना मलिक को बिग बॉस के बाद ज्यादा बिजनेस मिलने लग गये। इसका मतलब कहीं ये तो नहीं कि चैनल ये साबित करना चाहता है कि उसकी ताकत और उसका कद कानून और समाज से कहीं ज्यादा है। वो रातोंरात करप्ट हो चुकी किसी की सामाजिक छवि को बदल और बेहतर बना सकता है? और वैसे भी जिस शख्स को टेलीविजन की पॉपुलरिटी मिल जाती है, वो कई स्तर पर सामाजिक दावे भी करने की हैसियत बना लेता है। अगर ऐसा है तो क्या ये जरूरी नहीं है कि सूचना और प्रसारण मंत्रालय इस दिशा में पहल करे।
इसके लिए सबसे पहले मंत्रालय चैनलों के ऊपर ये दबाव बनाये कि वो अपने प्रतिभागियों का परिचय उसी रूप में कराये, जिस कारण वो मीडिया में चर्चा में आये हैं। अगर मीडिया और समाज में उनकी छवि आरोपी या अपराधी की रही है, तो वो उसे मेंशन करे। दूसरी बात कि प्रतिभागियों को शामिल करने से पहले मंत्रालय ये तय करे कि उसके मापदंड क्या होंगे? संभव है कि कुछ लोगों को क्‍लीन चिट मिल जाए लेकिन ऐसे शो के जरिये मेकओवर का जो काम किया जाता है, उस पर निगरानी रखे। किसी भी चैनल को इस बात का ठेका कैसे दिया जा सकता है कि वो किसी शख्स की तमाम करतूतों को धो-पोंछकर नये सिरे से ऐसी छवि पेश करेगा कि समाज में उसकी स्वीकृति बढ़ती चली जाएगी। क्या ये उस दिशा में लोगों को सक्रिय तो नहीं करता कि ज्यादा से ज्यादा कट्टर और निर्दयी तरीके से अपराध करो, जिससे कि बिग बॉस जैसे शो की नजर पड़े। उसके बाद तो कानूनी और सामाजिक तौर पर चाहे जो भी सजा मिले, मेकओवर हो जाएगा।
न्यूज चैनलों को टीआरपी बताशे बनाने हैं, वो बिग बॉस के ऐसे कदम का विरोध नहीं कर सकता क्योंकि कल को उसे लाखों में प्रोमोशनल एड मिलने जा रहे हैं लेकिन देश की जो मशीनरी है, मॉनिटरिंग सिस्टम है, क्या वो सिर्फ हादसों के वक्त ही सक्रिय होगी और मर्सिया पढ़कर चलता कर देगी?
मूलतः प्रकाशित- मोहल्लाive
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4 Response to 'बिग बॉस में जाने के लिए दागी और करप्ट होना जरुरी है?'
  1. राजन
    http://taanabaana.blogspot.com/2011/07/blog-post.html?showComment=1309786746659#c4002572270732938487'> 4 जुलाई 2011 को 7:09 pm बजे

    आपका कहना बिल्कुल सही है.लेकिन ये बिग बॉस वाले हमेशा बुरी छवि वाले को नही लेते.कमाल खान जैसे कलाकार खुद ही अपनी मिट्टी पलीद करवा लेते है ताकि ज्यादा से ज्यादा चर्चा में रहा जाएँ वर्ना एक फिल्म करने के बावजूद भी उन्हें लोग ज्यादा नहीं जानते थे.और इन न्यूज चैनल वालों के लिए तो आजकल एश्वर्या का गर्भवती होना ब्ह्ममांड की सबसे बडी घटना बनी हुई है.

     

  2. लीना मल्होत्रा
    http://taanabaana.blogspot.com/2011/07/blog-post.html?showComment=1309841652652#c9956467789446998'> 5 जुलाई 2011 को 10:24 am बजे

    jin logo ka saamajik bahishkaar hona chahiye vah hamare gharo me bedroom me shamil ho rahe hai aur hamare bachche anjaane me hee ye sanskaar paa rahe hai ki badnaam honge to kya naam na hoga. apradhikaran ka nayayikaran karke use mahimamandit karne ki yah prakriya sarvda vikshipt ta aur avsaad ko janm degi. yah nindneey hai

     

  3. प्रवीण पाण्डेय
    http://taanabaana.blogspot.com/2011/07/blog-post.html?showComment=1309927703151#c3872554122331620687'> 6 जुलाई 2011 को 10:18 am बजे

    मसाला बिकता है, जीवन मसाला बना जा रहा है।

     

  4. Pratik Maheshwari
    http://taanabaana.blogspot.com/2011/07/blog-post.html?showComment=1310382059918#c1509845288040691588'> 11 जुलाई 2011 को 4:30 pm बजे

    नए-नए न्यूज़ चैनल ने बाज़ार में आकर ख़बरों और समाचारों का जो मौखौल बनाया है उसकी कोई सीमा नहीं है..
    ढोंगी पंडितों और बेसर-पैर की बातें करके सर में दर्द होने लगता है.. पर हमारे सर में दर्द से इन्हें मतलब नहीं है.. सब पैसे की माया में घुप्प हैं..
    सूचना मंत्रालय ही इनका थोडा बहुत भत्ता बिठा सकती है और वो भी तब, जब रिश्वतखोरी ख़तम हो.. देखते हैं क्या होता है...

    परवरिश पर आपके विचारों का इंतज़ार है...
    आभार

     

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