tag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post939928015423885607..comments2023-10-26T18:12:59.863+05:30Comments on साइड मिरर: लेडिस क्यों लेडिज़ क्यों नहींविनीत कुमारhttp://www.blogger.com/profile/09398848720758429099noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-15509516901516573182007-10-20T15:38:00.000+05:302007-10-20T15:38:00.000+05:30विनीतजी,...विनीतजी, <BR/>मुझे लगता है कि आप और मैं एक ही बात कह रहे हैं। मीडिया में सब लोग एक से नहीं है। <BR/>हो सकता है कि जब मीडिया में कोई महिला सफलता की सीढ़ियां चढ़ती है तो उसे संशय की नजर से देखा जाता है लेकिन इससे ऊपर जाने वालों को कोई अंतर नहीं पड़ता। अगर आपका ध्यान आपके लक्ष्य पर तो कोई आपको रोक नहीं सकता।<BR/>हम लोग भी आईआईएमसी में फीस देकर पढ़ कर आए हैं भाई और शुरुआती दौर में हमसे विज्ञप्ति लिखवाने से लेकर किसी भी तरह का कोई भी काम सौंप दिया जाता था। लेकिन इसमें हिम्मत हारने जैसा कुछ नहीं है। ये परेशान तो जरूर करता है लेकिन यही आपको डटे रहने का हौसला भी देता है।नीलिमा सुखीजा अरोड़ाhttps://www.blogger.com/profile/14754898614595529685noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-71374636147990590272007-10-20T02:46:00.000+05:302007-10-20T02:46:00.000+05:30ओह, क्या-क्या नहीं होता मीडिया में। खैर आप मीडिया ...ओह, क्या-क्या नहीं होता मीडिया में। खैर आप मीडिया सम्बद्ध चिट्ठाकारों से हमें भी इस दुनिया के बारे में काफी कुछ जानने को मिला है। आभार!ePandithttps://www.blogger.com/profile/15264688244278112743noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-50655483827917317642007-10-19T19:11:00.000+05:302007-10-19T19:11:00.000+05:30बढ़िया स्पष्टीकरण !!बढ़िया स्पष्टीकरण !!Sanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-66305080554503109952007-10-19T18:09:00.000+05:302007-10-19T18:09:00.000+05:30स्त्री पर बात करते हुए अधिकान्शत: यह भाव प्रकट होन...स्त्री पर बात करते हुए अधिकान्शत: यह भाव प्रकट होने लगता है जैसे कि स्त्री कोई एलियन ,किसी अन्य ग्रह की जीव हो जो धरती के सभी इलाको पर कब्ज़ा करने की फ़िराक मे है [ वैध / अवैध तरीको से या कहे कि अवैध तरीको से ही ]पुरुष पुरुष ही रहता है । स्त्री पता नही क्या क्या हो जाती है । और सब साधिकार उसके उन विविध रूपो की व्याख्या परिभाषा करने लगते है। सफ़ल होने के लिए जैसे कभी किसी पुरुष ने धोखाधडी,जाल्साज़ी ,बेईमानी ,ब्लैकम्मिलिन्ग की ही नही या इतिहास उसका लेखा-जोखा कभी नही रखता !बात कही यह तो नही कि जब यह हथकन्डे स्त्री भी अपनाने लगी तो पुरुष हैरान है ।note padhttps://www.blogger.com/profile/17125205742214556205noreply@blogger.com