tag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post7706901911867425910..comments2023-10-26T18:12:59.863+05:30Comments on साइड मिरर: इलाहाबाद में ब्लॉग मंथन शुरुविनीत कुमारhttp://www.blogger.com/profile/09398848720758429099noreply@blogger.comBlogger36125tag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-40642594817088865082009-11-01T22:36:33.308+05:302009-11-01T22:36:33.308+05:30सुधार लें : " इमरजेंस एक ग्रंथ है इंटरनेट और ...सुधार लें : " इमरजेंस एक ग्रंथ है इंटरनेट और चीतों को लेकर अध्ययन पक्षियों को लेकर जो व्यवहार है,वही व्यवहार है इंटरनेट की दुनिया में।" चीतों की जगह चीटों कर लें। एक चींटे का व्यवहार और झुण्ड का व्यवहार वैसे ही इन्तरनेट पर एक प्रयोक्ता का व्यवहार और झुण्ड का व्यवहार ।अफ़लातूनhttps://www.blogger.com/profile/08027328950261133052noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-48834721359896839982009-10-25T15:25:59.074+05:302009-10-25T15:25:59.074+05:30सही कर दिया प्रियंकरजी,शुक्रिया। आपलोग इसी तरह से ...सही कर दिया प्रियंकरजी,शुक्रिया। आपलोग इसी तरह से संशोधन कराते रहें। अच्छा लगेगा। मीनूजी,सीनियर-जूनियर जैसे संबोधनों औऱ संबंधों में यकीन नहीं रखता फिर भी आपसे माफी इस बात से मांग रहा हूं कि मेरी रिपोर्ट से आपकी भावना को ठेस पहुंची हैं। बाकी आपके सुझाव ही हमें बेहतर बनाएंगे..आप आइआइएमसी जब भी आएं,हमें जरुर सूचित करें,अच्छा रहेगा मिलना- 09811853307विनीत कुमारhttps://www.blogger.com/profile/09398848720758429099noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-25015289270283481052009-10-25T14:28:49.179+05:302009-10-25T14:28:49.179+05:30कृपया सही कर दें :
पचास प्रतिशत यानी आधे ब्लॉगर्स...कृपया सही कर दें :<br /><br />पचास प्रतिशत यानी आधे ब्लॉगर्स को एक जन्म और लेना पड़ेगा अनामदास,सृजनशिल्पी,ई-स्वामी और घुघूती बासुती जैसा लिखने के लिए ।Priyankarhttps://www.blogger.com/profile/13984252244243621337noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-75740316332317892422009-10-25T13:20:36.525+05:302009-10-25T13:20:36.525+05:30बहुत सही बात कही है एस आर भाई. आयोजकों ने अनुभवहीन...बहुत सही बात कही है एस आर भाई. आयोजकों ने अनुभवहीन ब्लॉगरों को बुलाया. इससे ही आयोजकों का जी नही भरा उन्होने नामवर सिंह जैसे अनुभवहीन व्यक्ति को मुख्य अतिथि भी बना लिया जिन्होने ब्लॉग पर पोस्ट लिखना तो दूर, अभी तक अपना ब्लॉग भी नही बनाया है. नामवर ज़रूर उस ग्रुप में से होंगे जो जबरन अपना प्रोमोशन करने आए थे. वैसे एस आर भाई अँग्रेजी में टिप्पणी लिखना बन्द कर दो. तुम्हारी टिप्पणी में कई स्पेलिंग मिस्टेक्स हैं.जस्टीफाइंग की स्पेलिंग गलत लिखी है और देमसेल्फ नही होता देमसेल्व्स होता है एसआर भाई.Unknownhttps://www.blogger.com/profile/07948689147669590843noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-74600398529656992492009-10-25T12:07:37.187+05:302009-10-25T12:07:37.187+05:30not even 30 post have been written by meenu khare ...not even 30 post have been written by meenu khare and she is a invite how abit ghughuti bhasuti , how about ranjana bhatia and how about r anurahda none of them were found qualified to reperesent hindi blogger <br /><br />was this really about bloging <br />or was it a group who wanted to promote themselfs <br /><br />and there in comments both you and meenu are jsutifying your won view pointsRachna Singhhttps://www.blogger.com/profile/15393385409836430390noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-86669044258036821182009-10-25T11:51:09.773+05:302009-10-25T11:51:09.773+05:30बधाई! आपके कार्य की जितनी प्रशन्सा की जाय कम है.बधाई! आपके कार्य की जितनी प्रशन्सा की जाय कम है.Dr. Vimla Bhandarihttps://www.blogger.com/profile/09885525368161588474noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-90550301573883183532009-10-25T11:42:00.878+05:302009-10-25T11:42:00.878+05:30"मीनूजी आप एक बार फिर क्रॉस चेक कर ले तो बेहत..."मीनूजी आप एक बार फिर क्रॉस चेक कर ले तो बेहतर होगा कि आपको किस विषय पर बोलने के लिए बुलाया गया था और आपने वहां क्या बोला?"<br /><br />एक बार फिर तुमने वही ग़लती की विनीत ! मैने तो अपनी टिप्पणी में लिख ही दिया कि मेरी प्रस्तुति का शीर्षक आप द्वारा उल्लेखित विषय "अभिव्यक्ति के नए माध्यम" नही था और न ही ब्लॉगिंग इतिहास पर मैने कोई प्रस्तुति की. मेरा टॉपिक था "अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और निहित खतरे" जिसमें मैने कानूनी प्रावधानों की चर्चा ज़रूर की और यह मेरे टॉपिक के अनुरूप था.बात निकलेगी तो फिर दूर तलक जाएगी का यह आशय था कि अभिव्यक्ति की आज़ादी का ग़लत इस्तेमाल करने वाले लोग अंतर्राष्ट्रीय स्तर के अपराधी भी सिद्ध हो सकते है और सज़ा के पात्र बन सकते है. इसके लिए मैने साइबर अपराध के प्रसिद्ध केसेज़ की चर्चा भी की. <br /><br />आयोजकों ने मुझे जिस् विषय पर बोलने के लिए आमंत्रित किया था मैने वही बोला. अच्छा होता कि तुम आयोजकों के साथ बैठ कर इसे क्रॉस चेक कर लेते तब नेगेटिव रिमार्क लिखते. मेरे पास मेरी प्रस्तुति का पॉवर प्वाइंट मौजूद है विनीत जो एक लिखित डॉक्यूमेंट है. तुम्हारे अनुसार मेरी प्रस्तुति को पसन्द नही किया गया पर विनीत उसी ऑडिएन्स में बैठे " Indian Institute of Mass Communication" के एक प्रतिनिधि की तरफ़ से यह प्रस्ताव मुझे मिला है कि मैं इसी विषय पर एक रिसर्च पेपर इंस्टीट्यूट के लिए प्रस्तुत करूँ.<br /><br />विनीत मैं तुमसे बहुत सीनियर हूँ इस नाते एक स्नेहिल सलाह है कि रिपोर्टिग एक बहुत ज़िम्मेदारी भरा दायित्व है अत: एक एक शब्द सोच समझ कर लिखने की कोशिश करो. <br /><br />आपके उज्ज्वल भविष्य की कामना के साथ,<br /><br />मीनू खरेMeenu Kharehttps://www.blogger.com/profile/12551759946025269086noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-51204613914219631632009-10-25T10:47:06.269+05:302009-10-25T10:47:06.269+05:30शरदजी मैं आपका सम्मान करते हुए मीनूजी और आप सब लोग...शरदजी मैं आपका सम्मान करते हुए मीनूजी और आप सब लोगों से माफी मांगता हूं कि मैंने मीनूजी के विषय-शीर्षक को सही-सही नहीं पेश कर पाया लेकिन मीनूजी आप एक बार फिर क्रॉस चेक कर ले तो बेहतर होगा कि आपको किस विषय पर बोलने के लिए बुलाया गया था और आपने वहां क्या बोला? आप मंच से बोल रहीं थी इसलिए आपको अंदाजा नहीं लग पा रहा होगा कि आप जो बोल रहीं थी उसे ऑडिएंस किस रुप में ले रहीं थी। उनके बीच गहरा असंतोष था। आपने जिन तथ्यों को सामने रखा और जो बातें की,उसका एक-दूसरे से कोई मेल भी नहीं था। आपको मेरी रिपोर्टिंग स्तरहीन लगी कोई बात नहीं लेकिन आपको इस बात का ख्याल तो रखना ही होगा कि सामने की ऑडिएंस की क्या अपेक्षा है। कई बार हम सामने बैठी ऑडिएंस को इस तरह से समझ लेते हैं कि उन्हें बेसिक बातों तक की समझ नहीं लेकिन ऐसा होता है क्या? पीछे बैठे कई लोगों ने असंतोष जाहिर किया था कि हम बीए की क्लास करने नहीं आए थे। मैं रिपोर्टिंग कर रहा थआ इसलिए मेरी ये जिम्मेदारी बनती थी कि मैं आपको इस बात से अवगत कराउं। फिर भी आपको ये सारी चीजें स्तरहीन लगी हों तो एक बार फिर से आपसे माफी मांगता हूं। लेकिन इतना जरुर कह सकता हूं..आप जिस बात निकली है तो दूर तलक जाएगी का कमेंट के तौर पर संदर्भ बता रहे हैं,प्रस्तुति के समय ये नहीं था। मेरे तो रिकार्डर की ही चोरी हो गयी नहीं तो मैं आपकी कही गयी बातों का ऑडियो वर्जन ही लोड कर देता।..विनीत कुमारhttps://www.blogger.com/profile/09398848720758429099noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-79459986810878927152009-10-25T06:08:49.809+05:302009-10-25T06:08:49.809+05:30विनीत जी फिर घूम फिर कर यहाँ आया तो मीनू जी के इस ...विनीत जी फिर घूम फिर कर यहाँ आया तो मीनू जी के इस बयान को पाया । अच्छे रिपोर्टर ऐसी गलतियों के लिये तुरंत खेद प्रकट कर देते हैं ।शरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-47530062008141126412009-10-24T23:36:45.080+05:302009-10-24T23:36:45.080+05:30"अभिव्यक्ति के नए माध्यम पर बात करने आयी मीनू..."अभिव्यक्ति के नए माध्यम पर बात करने आयी मीनू खरे ने अपना पूरा समय ब्लॉग के इतिहास,अभिव्यक्ति के संवैधानिक प्रावधानों के वर्णन में खपा दिया। उनकी प्रस्तुति से ब्लॉग-इतिहास की एक अच्छी समझ बनने की संभावना हो सकती थी लेकिन एक तो विषय से भटक जाने औऱ दूसरा कि रवि रतलामी की ओर से पहले ही सत्र में इन सब बातों पर चर्चा कर दिए जाने की वजह से ऑडिएंस ने कोई दिलचस्पी नहीं दिखायी और कुछ भी निकलकर सामने नहीं आने सका। जबकि मीनू ने आते ही घोषणा की थी कि बात निकली है तो फिर दूर तलक जाएगी।"<br /><br /><br /><br />विनीत जी आपने मेरे नाम से यह टिप्पणी किसकी प्रस्तुति के बारे में लिखी है?आप द्वारा उल्लेखित विषय "अभिव्यक्ति के नए माध्यम" तो मेरा टॉपिक ही नही था और न ही ब्लॉगिंग इतिहास पर मैने कोई प्रस्तुति की. मेरा टॉपिक था "अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और निहित खतरे" जिसमें मैने कानूनी प्रावधानों की चर्चा ज़रूर की और यह मेरे टॉपिक के अनुरूप था.बात निकलेगी तो फिर दूर तलक जाएगी का यह आशय था कि अभिव्यक्ति की आज़ादी का ग़लत इस्तेमाल करने वाले लोग अंतर्राष्ट्रीय स्तर के अपराधी भी सिद्ध हो सकते है और सज़ा के पात्र बन सकते है. इसके लिए मैने साइबर अपराध के प्रसिद्ध केसेज़ की चर्चा भी की. <br /><br />इस तथ्यहीन रिपोर्टिंग पर आश्चर्य ही व्यक्त कर सकती हूँ.निवेदन है कि लिखने से पहले, कंटेंट न सही मगर कम से कम टॉपिक तो याद रखा ही करें. <br /><br />शुभकामनाएँ.Meenu Kharehttps://www.blogger.com/profile/12551759946025269086noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-41715122960390502282009-10-24T20:47:57.892+05:302009-10-24T20:47:57.892+05:30बहुत बढिया रिपोर्ट। सारे मुद्दे एक जगह पाये गए। आश...बहुत बढिया रिपोर्ट। सारे मुद्दे एक जगह पाये गए। आशा है अब तक आपका रिकार्डर मिल गया होगा। नहीं भी तो, मूड तो ठीक कर लीजिए, कल की रिपोर्टिंग के लिए:) अच्छी रिपोर्ट के लिए आभार॥चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-20074675182578060312009-10-24T19:54:44.563+05:302009-10-24T19:54:44.563+05:30पहुँच की दृष्टि से टीवी सबसे आगे पहुँच गया है . स...पहुँच की दृष्टि से टीवी सबसे आगे पहुँच गया है . समाचार पत्र लोग नहीं पढ़ते या देखते लेकिन सीरियल जरूर देखते हैं . भारत में और वह भी हिंदी ब्लोगिंग शैशव अवस्था में है . सरकार की योजना हर ग्राम तक इन्टरनेट पहुचाने की तो है लेकिन कब यह पहुँचेगी और क्या भरोसा सरकार ब्लॉग जैसे शशक्त माध्यम पर अपना नियंत्रण न रखना चाहे . मोबाइल ब्लोगिंग एक महत्वपूर्ण मध्यम जरूर बन सकता है .<br />आपकी जिजीविषा काबिले तारीफ़ हैडॉ महेश सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/18264755463280608959noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-67093547693703227332009-10-24T13:54:30.981+05:302009-10-24T13:54:30.981+05:30reporting achi rahi, par masla wahi ki star kaise ...reporting achi rahi, par masla wahi ki star kaise sudhre. gambhirta kaise aaye, jisse mahaul acha bane.prabhat gopalhttps://www.blogger.com/profile/04696566469140492610noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-51926637788964212662009-10-24T13:48:52.549+05:302009-10-24T13:48:52.549+05:30इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.prabhat gopalhttps://www.blogger.com/profile/04696566469140492610noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-71937385126102203662009-10-24T09:01:03.461+05:302009-10-24T09:01:03.461+05:30बेहतरीन रिपोर्ट। आपके नुकसान की खबर कल की गहमागहमी...बेहतरीन रिपोर्ट। आपके नुकसान की खबर कल की गहमागहमी में हमें भी पता नही चली फिर देर शाम वहां से विदा होने के बाद दिल्ली के लिए रवाना हो गया। <br />आज दिन के कार्यक्रम पर नजर रहेगी।अजित वडनेरकरhttps://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-91623519548838424772009-10-24T08:56:39.721+05:302009-10-24T08:56:39.721+05:30वाह बहुत ही दिलचस्प रिपोर्टिंग। और आपके डिजिटल रिक...वाह बहुत ही दिलचस्प रिपोर्टिंग। और आपके डिजिटल रिकार्डर खोने का दुख हमें भी हो रहा है जिस चीज से आत्मीयता हो जाती है, उसका जाना दुखता ही है।विवेक रस्तोगीhttps://www.blogger.com/profile/01077993505906607655noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-88882478992984299882009-10-24T08:49:12.543+05:302009-10-24T08:49:12.543+05:30विनीत भाई, विस्तृत रिपोर्टिंग के लिेए साधुवाद...
उ...विनीत भाई, विस्तृत रिपोर्टिंग के लिेए साधुवाद...<br />उड़न तश्तरी वाले समीर जी के सुझाव पर गौर किया जाना चाहिए...<br /><br />जय हिंद...Khushdeep Sehgalhttps://www.blogger.com/profile/14584664575155747243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-53193592461665295612009-10-24T08:29:16.077+05:302009-10-24T08:29:16.077+05:30विनीत जी बहुत ही अच्छी रिपोर्टिंग...बधाई...समीरलाल...विनीत जी बहुत ही अच्छी रिपोर्टिंग...बधाई...समीरलाल जी बिलकुल ठीक कह रहे हैं...Dr. Shreesh K. Pathakhttps://www.blogger.com/profile/09759596547813012220noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-88358841007221049132009-10-24T08:14:55.013+05:302009-10-24T08:14:55.013+05:30रिपोर्ट के लिये धन्यवाद।रिपोर्ट के लिये धन्यवाद।उन्मुक्तhttps://www.blogger.com/profile/13491328318886369401noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-25228414838831392082009-10-24T08:09:10.394+05:302009-10-24T08:09:10.394+05:30अच्छी रिपोर्टिंग । बहुत बढिया तरीके से विवरण लिखा ...अच्छी रिपोर्टिंग । बहुत बढिया तरीके से विवरण लिखा गया है।सतीश पंचमhttps://www.blogger.com/profile/03801837503329198421noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-27664625866108832212009-10-24T07:34:26.832+05:302009-10-24T07:34:26.832+05:30आपकी रिपोर्ट भी हिन्दी ब्लागिंग का एक नमूना है कि ...आपकी रिपोर्ट भी हिन्दी ब्लागिंग का एक नमूना है कि किस गम्भीरता से लोग काम कर रहे हैं- बिना किसी आर्थिक लाभ के क्या कोई इतनी त्वरित रिपोर्ट दिखाई देती है ?<br />बल्कि हाल तो ये हैं कि छोटे शहरों के पत्रकारों की पूरी जमात तो ऎसे किसी भी कार्यक्रम की रिपोर्ट बनाने के लिए भी आयोजकों को ही कह देते हैं कि लिख कर दे दें बस, अपने पास तो समय नहीं है। <br />आभार मित्र रिपोर्ट से अवगत कराने का। हिन्दी ब्लागिंग के उस चरित्र पर भी बात होनी चाहिए जिसमें क्मपूटर में दक्ष लोगों की एक पूरी फ़ौज सच में बिना कोई लालच के हर नये ब्लागर को मद्द कर रही होती है। वहां ईर्ष्या का वह भाव भी नहीं होता कि दूसरा कैसे अपने ब्लाग को बिल्कुल निराले ढंग से सजा ले। हां, हिंदी ब्लागिंग भी जब आय का स्रोत बनने लग जाएगी और पूंजी अपना रूप दिखाने लगेगी तो तब भी क्या यही स्थिति बनी रहेगी, इस पर संदेह हो सकता है। पर हिन्दी ब्लागिंग का वर्तमान एक जनतांत्रिक पहल का रूप तो दिखा ही रहा है।विजय गौड़https://www.blogger.com/profile/01260101554265134489noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-74453205789788161492009-10-24T07:33:10.720+05:302009-10-24T07:33:10.720+05:30अचानक पाबंदियां ख़त्म होने से अभिव्यक्ति की स्वतंत...अचानक पाबंदियां ख़त्म होने से अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के पुराने ठेकेदार दर गए हैं.<br />समुचित रपट के लिए धयवादKajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-72356441583714964392009-10-24T06:49:23.364+05:302009-10-24T06:49:23.364+05:30टिप्पणीकारी विधा पर भी बातचीत होना चाहिये...यह भी ...टिप्पणीकारी विधा पर भी बातचीत होना चाहिये...यह भी एक संपूर्ण विषय है.विस्तृत जानकारी के लिए शुक्रिया.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-1662462795657289512009-10-24T06:34:21.503+05:302009-10-24T06:34:21.503+05:30सही, सटीक व निष्पक्ष रिपोर्टिंग.... और त्वरित भी| ...सही, सटीक व निष्पक्ष रिपोर्टिंग.... और त्वरित भी| इतने समर्पण व निष्ठा से अपनी थकान, ऑडियो रेकार्डर की गुमशुदगी व दिन भर की मारामारी के बाद वैचारिक विमर्श का ठोस व यथातथ्य विवरण देना बड़ा साधना का काम है| साथ साथ नोटिंग करना और उन्हें क्रमवार प्रस्तुत करना भी कौशल की अपेक्षा करता है.| इसके लिए मेरा धन्यवाद लो| <br /><br />घटना क्रम तो सुबह से अलग अलग ब्लॉग पर पता चला रहा था किन्तु विमर्श की संभावनाओं के बारे में जानने की उत्सुकता का शमन अब हुआ | <br /><br />ऐसे आयोजन इस मीडिया माध्यम को अधिक सतर्क, सही व बड़े सरोकारों से समन्वित करने की दिशा में एकमत होने की संभावनाओं की दृष्टि से सार्थक ही हैं| परस्पर संवाद की स्थितियाँ बनें तो मुद्दों पर बात होने व निष्कर्ष तक पहुँचने की राह खुलती ही है, खुलेगी ही| यही अभीष्ट भी है|Kavita Vachaknaveehttps://www.blogger.com/profile/02037762229926074760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-1097789003578506652009-10-24T05:59:19.274+05:302009-10-24T05:59:19.274+05:30इतिहास में पहली बार तो बिना किसी बिचौलिये (संपादक)...इतिहास में पहली बार तो बिना किसी बिचौलिये (संपादक) के लिखी हुई बात प्रकाशित हो पा रही है । <br /><br />इस वाक्य में ब्लागबाजी की महत्ता को समझा जा सकता है। जो लोग डायरेक्ट ब्लागिंग में आए हैं वो शायद इस बात को नहीं समझ पाएंगे। ब्लाग उनके लिए मनोरंजन या फिर अपनी व्यक्तिगत अभिव्यक्ति का साधन हो सकता है। लेकिन जो लोग संपादकों के पैर तले कसमसाते रहे हैं निसंदेह ब्लाग ने उनकी उर्जा को एक नया अयाम दिया है। जहां तक अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर सरकार के डंडा उठाने की बात है तो जब सरकार जब डंडा उठाएगी तब देखा जाएगा। अभी से इस शोक में दुबले होने की जरूरत नहीं है। ब्लाग के इतिहास और भूगोल की चर्चा तो ठीक है, लेकिन इसे किसी व्याकरण में बांधने की बात करना न सिर्फ अव्यवहारिक है बल्कि इसकी धारा को कुंद करने वाली बात भी है। ब्लाग में करवट लेते हुये समाज को स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है, इस पर उगले जाने वाले शब्दों में दमकता हुआ आग है, और उसकी तपिश दूर तक जा रही है। असल मामला है ब्लाग को आम जन से जोड़ना, इसी पर लिखी जाने वाली बातें यदि प्रकाशित होकर लोगो तक पहुंचती है तो निसंदेह एक नई सरसराट पैदा होगी। <br />सत्यार्थमित्र’ का विमोचन को इसकी शुरुआत है, ब्लाग जगत के कंटेंट को संग्रहित करके धड़ाधड़ लोगों के बीच फेंकने की जरूरत है और यह होगा और बहुत बड़े पैमाने पर होगा। सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठी जी से इसकी शुरुआत हो चुकी है। ब्लाग संचार का मुख्य धारा बन चुका है, इसे मानने से अब किसी को परहेज नहीं करना चाहिये, इस पर लोग विभिन्न स्तर पर उम्दा लेखन कर रहे हैं....blog....बोले ते बेबाक लेखन आपोजिट गटर.....ब्लाग की भाषा स्वतंत्र होगी, स्वतंत्र विचारों की तरह...नये मारक शब्द तो गढ़े ही जा रहे हैं ब्लागों पर, अपना लय और ताल यह खुद तय करेगा। <br /> एक बार फिर अकर्जेश के शब्दों को दोहराता हूं...इतिहास में पहली बार तो बिना किसी बिचौलिये (संपादक) के लिखी हुई बात प्रकाशित हो पा रही है । <br />कितना अच्छा होता इस वाक्य को दूसरे दिन के कार्यक्रम में दीवारों पर चिपका दिया जाता.....अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता जिंदाबाद....Alok Nandanhttps://www.blogger.com/profile/08283190649809379160noreply@blogger.com