tag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post6890818122223470118..comments2023-10-26T18:12:59.863+05:30Comments on साइड मिरर: अब जरुरी नहीं कि चैनल की नौकरी बजाएंविनीत कुमारhttp://www.blogger.com/profile/09398848720758429099noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-70771007616971824272008-03-19T23:27:00.000+05:302008-03-19T23:27:00.000+05:30आपको न्यूज़ चैनलों के मायाजाल से निकालने की बधाई. ...आपको न्यूज़ चैनलों के मायाजाल से निकालने की बधाई. अपने सही लिखा है नाग नागिन का पत्रकार होने से तो अच्छा है की दूसरे रास्ते तलाशे जाएँ. रिसर्च करते हुए कुछ अलग किया जा सकता है. हालाँकि ऐसे कई स्वतंत्र documentary फिल्म मेकर्स है जो बेहतरीन कम कर रहे है पर सक्रीनिंग के वक्त कुछ झोला छाप हिपोक्रेट्स के छोड़ दे तो आलम सुना ही रहता है. कुछ वेबसाइट्स भी है जो आल्टरनेट मीडिया की सोच को साकार करने मे लगीं है. पर सवाल है की रखी सावंत के ज़माने मे इन्हे दिखाया कैसे जाए. पता नही लोंग आँधिया गये है ये चैनल. आप ही कुछ प्रकाश डालें.vikas pandeyhttps://www.blogger.com/profile/02670834610081293845noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-13331666789225310142008-03-19T16:29:00.000+05:302008-03-19T16:29:00.000+05:30main aapki baat se bilkul sahmat hoon. pahle to mu...main aapki baat se bilkul sahmat hoon. pahle to mubarakbaad un sabhi ko jinhe ye scholarship mil rahi hai. doosri baat agar koi aisi team banakar karya karta hai to ismein khushi ki baat hogi kyunki log khabrein dekhna chahte hai masala nahi.nadeemhttps://www.blogger.com/profile/02876217379889434662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-67914715009291273602008-03-19T13:24:00.000+05:302008-03-19T13:24:00.000+05:30सही कहूं, सकारात्मक काम यही है न कि नाग नागिन से ...सही कहूं, सकारात्मक काम यही है न कि नाग नागिन से लेकर राखी सावंत को दिखाना<BR/><BR/>लगे रहेंAshish Maharishihttps://www.blogger.com/profile/04428886830356538829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-55469523795048908862008-03-19T12:58:00.000+05:302008-03-19T12:58:00.000+05:30अच्छा है, बढिया खबर है। वैसे भी ग्लोबलाईज्ड मीडिया...अच्छा है, बढिया खबर है। वैसे भी ग्लोबलाईज्ड मीडिया आजाद नहीं है। अब बात नहीं बोलती..विजुअल्स खासकर राखी सावंत के ( ... ) बोलते हैं। पत्रकारिता में मिशन भाव से आए लोगों के लिए बेहद बुरा वक्त है..आशंका है कि यह तो अभी कुछ भी नहीं। चावल, आटा और सब्जी के कारोबारियों के चैनल से ज्यादा उम्मीद करना बेमानी ही है। इस बारे में एक राष््रीय संगोष्ठी फरीदाबाद के डीएवी कॉलेज में हुई थी।Manjit Thakurhttps://www.blogger.com/profile/09765421125256479319noreply@blogger.com