tag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post6794005900319673894..comments2023-10-26T18:12:59.863+05:30Comments on साइड मिरर: इलेक्सन के एक दर्जन नारेविनीत कुमारhttp://www.blogger.com/profile/09398848720758429099noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-89876052642884643212009-04-04T23:38:00.000+05:302009-04-04T23:38:00.000+05:30लगे रहो भैय्या, बहूत अच्छे.....लगे रहो भैय्या, बहूत अच्छे.....Kapilhttps://www.blogger.com/profile/15871506466698035418noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-88582555300763952722009-04-04T23:18:00.000+05:302009-04-04T23:18:00.000+05:30खतरनाक वाले नारे लगायें है जनाब...सभी राजनीतीक पार...खतरनाक वाले नारे लगायें है जनाब...<BR/>सभी राजनीतीक पार्टियों में भेज भी दीजिये....sandeep sharmahttps://www.blogger.com/profile/00396307376371645302noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-38060743125398940692009-04-04T16:03:00.000+05:302009-04-04T16:03:00.000+05:30कोई वित्त देतो चित्त होप्रसन्न परअन्य सन्न।चु...कोई वित्त दे<BR/><BR/>तो चित्त हो<BR/><BR/>प्रसन्न<BR/> पर<BR/><BR/>अन्य सन्न।<BR/><BR/><BR/>चुनावी नारे<BR/><BR/>लिखो <BR/>दनादन<BR/><BR/>दनन।अविनाश वाचस्पतिhttps://www.blogger.com/profile/05081322291051590431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-31690964390544941662009-04-04T15:01:00.000+05:302009-04-04T15:01:00.000+05:30बहुत बढिया कसम से ठेका ले लीजिए किसी पार्टी का बहु...बहुत बढिया <BR/><BR/>कसम से ठेका ले लीजिए <BR/><BR/>किसी पार्टी का <BR/><BR/>बहुत कमाई होगी <BR/><BR/>:)राजीव जैनhttps://www.blogger.com/profile/07241456869337929788noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-14085468087713716402009-04-04T14:23:00.000+05:302009-04-04T14:23:00.000+05:30अच्छा लिखा है ... सचमुच जनता की आवाज है ये।अच्छा लिखा है ... सचमुच जनता की आवाज है ये।संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-28558755920862305772009-04-04T12:13:00.000+05:302009-04-04T12:13:00.000+05:30बढिया।बढिया।जितेन्द़ भगतhttps://www.blogger.com/profile/05422231552073966726noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-84314761430134508832009-04-04T10:21:00.000+05:302009-04-04T10:21:00.000+05:30राजनीतक दलों को आपलोग अच्छा माल दे रहें हैं। अभी र...राजनीतक दलों को आपलोग अच्छा माल दे रहें हैं। अभी रवीश को पढ़ रहा था,फिर आपको पढ़ा। कुछ दिन पहले ब्रजेश ने दीवान पर चुनावी नारों पर पोस्ट किया था। ये सब कहीं न कहीं एक आम मतदाता की आवाज है,जो क्रोधित है (मेरा मानना है) जैसा आपने लिखा है-<BR/><BR/>सौगंध राम की खाते हैं<BR/>मंदिर वही बनाएंगे<BR/>वोट मांगने लेकिन तब भी<BR/>मस्जिद में भी जाएंगे।<BR/><BR/>कल रात कुछ किताबों को पलट रहा था, रेणु रचना संसार पर जाकर जब मैं रूका तो वहां रेणु की कविताओं से मुखातिब हुआ। उन्होंने देश के पहले आम चुनाव पर एक कविता लिखी है। कांग्रेस पर उन्होंने जमकर चोट मारा है। अभी वह कविता टाइप की हुई नहीं है, लेकिन जल्द ही ब्लॉग पर उसे डालूंगा।<BR/><BR/>वैसे मजेदार और कातिल पोस्ट के लिए शुक्रिया।Girindra Nath Jha/ गिरीन्द्र नाथ झाhttps://www.blogger.com/profile/12599893252831001833noreply@blogger.com