tag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post5107780226384515920..comments2023-10-26T18:12:59.863+05:30Comments on साइड मिरर: हम नहीं जानते जी, किसी कवि-ववि और हिन्दी आलोचक कोविनीत कुमारhttp://www.blogger.com/profile/09398848720758429099noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-36318867084074800682009-03-18T18:51:00.000+05:302009-03-18T18:51:00.000+05:30किसने कहा आपसे की ब्लॉग जगत में पढ़े लिखे सूधि पाठक...किसने कहा आपसे की ब्लॉग जगत में पढ़े लिखे सूधि पाठक है ???डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-53833427439475631042009-03-17T22:55:00.000+05:302009-03-17T22:55:00.000+05:30जो अखबार नहीं पढ़तेया नहीं पढ़ते हैं हिंदीवे नहीं ...जो अखबार नहीं पढ़ते<BR/>या नहीं पढ़ते हैं हिंदी<BR/>वे नहीं जानते कि<BR/>कवि शब्द में नहीं<BR/>लगती या लगाई<BR/>जाती है बिंदी।<BR/><BR/>जो सिर्फ टी वी देखते हैं<BR/>वे भी कहां जानते हैं<BR/>सबको, बड़े और छोटे परदे के सिवाय<BR/>अब कर लो चाहे जितनी भी हाय हाय<BR/>नहीं जानते तो नहीं जानते।<BR/><BR/>किया है जिनका जिक्र<BR/>उनकी रचनाएं स्कूल में पढ़ी भी होंगी<BR/>तो अब तक गए होंगे भूल<BR/>वो था जमाना जब जाते थे स्कूल<BR/>पेपर देना था इसलिए की होगी पढ़ने की भूल।<BR/><BR/>अब अगर नहीं पढ़ते हैं तो<BR/>बतलायें कि कौन सा काम रूकता है<BR/>जिंदगी का पहिया तो<BR/>अनपढ़ों का भी खूब तेजी से चलता है।<BR/><BR/>अब जो नहीं पढ़ रहे हैं ब्लॉग<BR/>वे नहीं जानते कौन कौन हैं ब्लॉगबाज<BR/>तो इसमें किसकी क्या गलती है<BR/>जयंती की जय जय तो जय हो तक चलती है।<BR/><BR/>पर सारी दुनिया जय हो से भी परिचित हो<BR/>ऐसा भी नहीं है<BR/>ऑस्कर मिलने से <BR/>यह आस करना जरूरी तो नहीं<BR/>कि सब जानते ही हों<BR/>या जानेंगे ही<BR/>बिना इसके भी दुनिया चलती है।<BR/><BR/>कह सकते हैं कि खूब अच्छी चलती है<BR/>किसी को जानो या न जानो<BR/>जानो तो भी मानो या न मानो<BR/>पर मन पर बोझ कहां संभलता है<BR/>किसी का न हिलता हो<BR/>पर पेड़ का पत्ता तो हिलता है।अविनाश वाचस्पतिhttps://www.blogger.com/profile/05081322291051590431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-81750852828099385432009-03-17T22:53:00.000+05:302009-03-17T22:53:00.000+05:30इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.अविनाश वाचस्पतिhttps://www.blogger.com/profile/05081322291051590431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-44147996979856084302009-03-17T22:36:00.000+05:302009-03-17T22:36:00.000+05:30भाई मोहल्ले से अपन तो दूर ही रहते हैं....इसलिए अप...भाई मोहल्ले से अपन तो दूर ही रहते हैं....इसलिए अपने पल्ले कुछ नहीं पड़ा<BR/><BR/>मोहल्ले के नियमित पाठक शायद कुछ टिप्प्णी कर सकें....bhuvnesh sharmahttps://www.blogger.com/profile/01870958874140680020noreply@blogger.com