tag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post4905602282937177971..comments2023-10-26T18:12:59.863+05:30Comments on साइड मिरर: लेखक ब्लॉगर हैंविनीत कुमारhttp://www.blogger.com/profile/09398848720758429099noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-49639781495094468942007-12-13T08:41:00.000+05:302007-12-13T08:41:00.000+05:30विनीत जी, ये ब्लॉग लिखी में क्या छप गया, मुझे तो प...विनीत जी, ये ब्लॉग लिखी में क्या छप गया, मुझे तो पता ही नहीं। मैं तो दिल्ली नितांत अपने काम से गया था और सायास पुराने मित्रों के अलावा किसी से नहीं मिला। ब्लॉगरों से संपर्क करने को तो सवाल ही नहीं उठा। मेरे पास किसी ब्लॉगर से मिलने का समय ही नहीं था। केवल सृजन शिल्पी से जिज्ञासावश मिला जैसा मैं अपने ब्लॉग पर बता चुका हूं।<BR/>ऐसे में किसी से खास तवज्जो नहीं दी, यह किसके दिमाग की उपज है, मुझे समझ में ही नहीं आ रहा। मैं तो आपकी सूचना पढ़कर बड़ा आहत महसूस कर रहा हूं। अगर आपके पास जनसत्ता की वह ब्लॉग लिखी हो तो मेरे मेल पर किसी तरह भेज दें, बड़ा आभार होगा।अनिल रघुराजhttps://www.blogger.com/profile/07237219200717715047noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-74761079064714221622007-12-12T18:38:00.000+05:302007-12-12T18:38:00.000+05:30भइया, जुगाड़ लगवाओ, हम भी लेखक ब्लॉगर है टाइप छपास...भइया, जुगाड़ लगवाओ, हम भी लेखक ब्लॉगर है टाइप छपास के भूखे हैं. मज़ा आया:)Rakesh Kumar Singhhttps://www.blogger.com/profile/09355343165726493984noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-37720049075402292442007-12-12T17:00:00.000+05:302007-12-12T17:00:00.000+05:30बढ़िया!! जैसा कि रवि रतलामी जी ने कहा, उनसे सहमत हू...बढ़िया!! जैसा कि रवि रतलामी जी ने कहा, उनसे सहमत हूं।Sanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-35539435741242119472007-12-12T13:43:00.000+05:302007-12-12T13:43:00.000+05:30लिखते रहें आने वाला कल आपका है....आपके लेखन का तरी...लिखते रहें आने वाला कल आपका है....<BR/>आपके लेखन का तरीका कुछ कुछ अपुन के स्टाईल से मिलता है....<BR/><BR/>मैँ तो ट्रेन में अपने साथी दैनिक यात्रियों के मुझे राईटर कह के पुकारने से ही खुश हो लेता हूँ...<BR/><BR/>चलो कुछ तो दिया है ऊपरवाले ने बाकियों से अलग...राजीव तनेजाhttps://www.blogger.com/profile/00683488495609747573noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-84008475645221758192007-12-12T13:31:00.000+05:302007-12-12T13:31:00.000+05:30बढ़िया विश्लेषण है. परंतु जे के रोलिंग और सुरेन्द्...बढ़िया विश्लेषण है. परंतु जे के रोलिंग और सुरेन्द्र मोहन पाठक को भी कौन साहित्यकार मानता है! और, क्या वे सफल नहीं हैं? वे तो घोर सफल हैं.<BR/><BR/>किसी दिन हिन्दी ब्लॉगर भी सफल होगें ऐसे ही. तब लोगों के मुंह बन्द होंगे.<BR/><BR/>इट इज जस्ट ए मैटर ऑफ टाइम...रवि रतलामीhttps://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.com