tag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post419862420784008481..comments2023-10-26T18:12:59.863+05:30Comments on साइड मिरर: आप जो छेड़खानी,बलात्कार की वर्कशॉप चला रहे हो,उसका क्या ?विनीत कुमारhttp://www.blogger.com/profile/09398848720758429099noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-10444873915691095232013-01-02T09:38:56.830+05:302013-01-02T09:38:56.830+05:30सार्थक चिंतन जो सिक्के के दूसरे पहलू पर भी गौर करत...सार्थक चिंतन जो सिक्के के दूसरे पहलू पर भी गौर करता है और सोचने को विवश भी !!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-42268733402257007922013-01-02T06:40:14.937+05:302013-01-02T06:40:14.937+05:30देर से ही सही हन्नी जैसों पर f i r हुआ । शीला- म...देर से ही सही हन्नी जैसों पर f i r हुआ । शीला- मुन्नी के समय नही हुआ जागरूकता की कमी । पर अब जगे हैं तो फिर कोई मुन्नी बच के न जा पाएं। विनीत जी एकदम सटीक कहा है किकेवल आन्दोलनों मे ही कैमरों के साथ खड़े रहने से समर्थन नहीं होगा बल्कि आपके कैमरे से किसी प्रकार कि वल्गरिटी न निकले । चाहे वह विग्यांपन हो, फिल्म हो, या कुछ भी! <br />पर सारे दोष दूसरो का ही नही है हमारे भी हैं । हमें लगता है कि ये गलत है तो हम कुछ न करें बहिष्कार तो करें ।<br />लेकिन इतनी तो चेतना हममें हो कि गलत सही परख सकें । किसी से नहीं खुद से कहें यार इसका बहिष्कार जरूरी है ।<br />आओ जागते हैं ----------- सुप्रभात ! Gopesh Mishrahttps://www.blogger.com/profile/12692622344568833238noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-19842800823467258742013-01-02T05:55:34.094+05:302013-01-02T05:55:34.094+05:30चारों ओर अपसंस्कृति के प्रसार के लिये फिल्म और मीड...चारों ओर अपसंस्कृति के प्रसार के लिये फिल्म और मीडिया सबसे ज्यादा जिम्मेदार है। इस सब को रोकने की चिन्ता कोई करता नहीं और बस बलात्कार जैसी घटनाओं पर स्यापा करते हैं। आखिर जब बोया पेड़ बबूल का तो आम कहाँ से होय।ePandithttps://www.blogger.com/profile/15264688244278112743noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-50442357738566180532013-01-02T05:05:37.501+05:302013-01-02T05:05:37.501+05:30विनीत जी कम से कम एक पैराग्राफ समाधान का भी हो जाए...विनीत जी कम से कम एक पैराग्राफ समाधान का भी हो जाए, रोग का पता, प्रकार, लक्षण, कारण इत्यादि पर व्यापक बहस हो चुकी । Imran Khanhttps://www.blogger.com/profile/16659089489740407305noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-80922887049548813062013-01-02T01:14:57.783+05:302013-01-02T01:14:57.783+05:30विनीत जी..... सच्चाई का जो आईना आपने मीडिया के समक...विनीत जी..... सच्चाई का जो आईना आपने मीडिया के समक्ष रखा है,वह वास्तव मे कलई खोलू है ।धन्यवाद के साथ अपना विचार भी आपके माध्यम से रखना चाहता हूँ..... यदि आप की इजाजत मिले तो...Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/15356531848045945545noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-35141970635722749002013-01-02T00:26:55.071+05:302013-01-02T00:26:55.071+05:30बिल्कुल सही लिखा.. सहमत।बिल्कुल सही लिखा.. सहमत।परमजीत सिहँ बालीhttps://www.blogger.com/profile/01811121663402170102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-80067367140709948552013-01-01T23:41:49.812+05:302013-01-01T23:41:49.812+05:30ऐसे लेखों को पढ़कर समझा जा सकता है कि ब्लॉग का क्य...ऐसे लेखों को पढ़कर समझा जा सकता है कि ब्लॉग का क्या महत्व है। मी़डिया की चरित्रहीन व्ववसायिकता को ब्लॉग जगत ही उजागर कर सकता है।..जोरदार आलेख के लिए आभार।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-35122939519843248592013-01-01T23:31:14.407+05:302013-01-01T23:31:14.407+05:30100% sahmat hoon100% sahmat hoonShilpa Mehta : शिल्पा मेहताhttps://www.blogger.com/profile/17400896960704879428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-11862129251979067712013-01-01T23:10:33.688+05:302013-01-01T23:10:33.688+05:30धो डाला.... आईना दिखा दिया या हूँ कहें आईना मुँह प...धो डाला.... आईना दिखा दिया या हूँ कहें आईना मुँह पर ही दे मारा.... जो दूरबीन लिए दूसरों का छिद्रान्वेषण करने और मज़े लेने मे लगे हैं उनकी खुद की लंगोटी कितनी सुरक्शित है इस पर विचार करना ज़रूरी है Padm Singhhttps://www.blogger.com/profile/17831931258091822423noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-85493782751395682792013-01-01T22:16:35.300+05:302013-01-01T22:16:35.300+05:30हर बात बेबाक, सटीक और खरी -खरी कही है !हर बात बेबाक, सटीक और खरी -खरी कही है !Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-28926493536565149592013-01-01T19:10:24.323+05:302013-01-01T19:10:24.323+05:30पूरी तरह सहमत. आपने ठीक नब्ज़ टटोली है. ये बेहयाई...पूरी तरह सहमत. आपने ठीक नब्ज़ टटोली है. ये बेहयाई का दौर है और बाजार हर चीज को बेचने की कूव्वत में है फिर वह स्त्री ही क्यों न हो. बाजार पहले विज्ञापन में औरत के इस्तेमाल का तर्कशास्त्र गढ़ता है, जिसका स्त्रोत वही पुराना पुरूष कुंठा का तुष्टीकरण है,फिर उस पर क्रिएटिविटी का मुल्लम्मा चढ़ाया जाता है....और 'हम भारत के लोग' सब चटखारे लेकर देखते रहते हैं. हम सब भी कहीं न कहीं जिम्मेदार हैं. इस वाहियाती पर कहीं से तो लगाम लगे. SAURABH ARYAhttps://www.blogger.com/profile/05883071223186949747noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-37421922086720557312013-01-01T19:02:21.931+05:302013-01-01T19:02:21.931+05:30हुंकार की कर्कश वाणी, खबरिया चैनल के लिए बहुत बेसु...हुंकार की कर्कश वाणी, खबरिया चैनल के लिए बहुत बेसुरा राग लगेगा,<br />सटीक लेखन, जारी रहें।<br />नव वर्ष मंगलमय हो।<br /><br /><a href="http://www.liveaaryaavart.com/" rel="nofollow">आर्यावर्त</a>आर्यावर्त डेस्कhttps://www.blogger.com/profile/13966455816318490615noreply@blogger.com