tag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post2075213073287379983..comments2023-10-26T18:12:59.863+05:30Comments on साइड मिरर: 27 दिसंबरः गालिब की जयंती या उपेन्द्र राय का सहारा प्रणाम दिवसविनीत कुमारhttp://www.blogger.com/profile/09398848720758429099noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-13084041422716346942010-12-28T16:32:51.770+05:302010-12-28T16:32:51.770+05:30नमस्कार !
२७ दिसम्बर को ग़ालिब कि जयंती थी ये कितनो...नमस्कार !<br />२७ दिसम्बर को ग़ालिब कि जयंती थी ये कितनो को याद होगा , शायद हम सब इसका अंदाजा लगा सकते है , शायद उर्दू अदब से जुड़े फनकार भी याद कम रखते होगे .मगर ये सब विडम्बना ही है कि विभूतियों को हम याद नहीं रख पा रहे है , मगर दिल को झूठी तसल्ली देने के लिए ये हम कह सकते है कि शायद ग़ालिब को खिराजे अकीदत दी है , खैर .... '' आलमी सहारा ;; को सलाम . वो फले फूले ये दुआ करते है .<br />आमीन !सुनील गज्जाणीhttps://www.blogger.com/profile/12512294322018610863noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-21144351466745446302010-12-28T12:39:23.078+05:302010-12-28T12:39:23.078+05:30आपने तो उपेन्द्र राय जी के इस महान काम को धूल में ...आपने तो उपेन्द्र राय जी के इस महान काम को धूल में मिला दिया. असल में तो वे सहाराश्री को तोहफा देना चाहते थे ज्वाइन करने के एक साल पूरा होने के उपलक्ष्य में. ताकि आगे भी हंसी-खुशी सहारा प्रणाम चलता रहे. वे तो मेरे लिए एक केस स्टडी बनते जा रहे हैं.prabhat ranjanhttps://www.blogger.com/profile/13501169629848103170noreply@blogger.com