tag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post8912265079133617535..comments2023-10-26T18:12:59.863+05:30Comments on साइड मिरर: सॉरी दिल्ली की पहली बारिश !विनीत कुमारhttp://www.blogger.com/profile/09398848720758429099noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-2462190733454444102012-07-07T15:12:22.439+05:302012-07-07T15:12:22.439+05:30दिल्ली पर आपके शब्दों की बौछार भी खूब हुई ... रोच...दिल्ली पर आपके शब्दों की बौछार भी खूब हुई ... रोचकसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-63766369732597473752012-07-07T10:46:53.394+05:302012-07-07T10:46:53.394+05:30बारिश में जो कुछ भी था, बरस गया..बारिश में जो कुछ भी था, बरस गया..प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-85442389456829819302012-07-07T09:15:27.318+05:302012-07-07T09:15:27.318+05:30काहे सुबह सुबह हमारे शहर पर पिले पड़े हो...जब बरखा...काहे सुबह सुबह हमारे शहर पर पिले पड़े हो...जब बरखा से फ्लर्ट हो रहा था तब भी गरमी रानी से कोई सुखद दांपत्य नहीं बसा था...शहर (कोई भी शहर) पैसे की अंकशायनी ओर विपन्न का सौतेला बाप होता है... दिल्ली दूसरों से कुछ कम ही बेमुरव्वत ठहरेगा। <br />पर चलो चंद बूंदे बरसी, तुम्हें शहर से अदावत कहने का मौका मिला :)मसिजीवीhttps://www.blogger.com/profile/07021246043298418662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-6524549061750640332012-07-07T05:43:51.745+05:302012-07-07T05:43:51.745+05:30वाह! बहुत खूब!वाह! बहुत खूब!अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-19648288887110765642012-07-07T00:36:39.968+05:302012-07-07T00:36:39.968+05:30क्या बात है.. बेजोड़.. श्रृंगार... अद्भुत...भयानक...क्या बात है.. बेजोड़.. श्रृंगार... अद्भुत...भयानक..और वीभत्स रस के साथ व्यंग रस भी..Shridharamhttps://www.blogger.com/profile/11204751346868969142noreply@blogger.com