tag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post837850264571708764..comments2023-10-26T18:12:59.863+05:30Comments on साइड मिरर: मिलिए न्यूज एक्सप्रेस के इस बेहया रिपोर्टर सेविनीत कुमारhttp://www.blogger.com/profile/09398848720758429099noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-26027674255149530672013-07-03T12:45:36.136+05:302013-07-03T12:45:36.136+05:30विदेशी मिडिया से भारत की कल्याण की बात सोचना गलत ह...विदेशी मिडिया से भारत की कल्याण की बात सोचना गलत होगा जनता को इसका कडा जबाव देना होगा, सरकारके पिच्झ्लगु मिडिया का अंत होना चाहिए।HARE RAM MISHRAhttps://www.blogger.com/profile/08723228468774176415noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-35499645558188641562013-06-24T23:32:23.170+05:302013-06-24T23:32:23.170+05:30बिल्कुल सहमत हूँ आपसे।इसे बर्खास्त ही किया जाना चा...बिल्कुल सहमत हूँ आपसे।इसे बर्खास्त ही किया जाना चाहिए।इस रिपोर्टर का काम उन लोगों जितना ही घिनौना हैं जो बाढ़ में फँसे लोगों की मजबूरी का फायदा उठाकर चार सौ रुपये का बिस्किट का पैकेट बेच रहे हैं।राजनhttps://www.blogger.com/profile/05766746760112251243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-5429602621263165052013-06-22T22:15:58.321+05:302013-06-22T22:15:58.321+05:30शर्मनाक है।शर्मनाक है।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-30573122583619733962013-06-22T11:47:24.451+05:302013-06-22T11:47:24.451+05:30मैं सहमत हूँ विनीत के लिखे इस कटाक्ष से ..सही में ...मैं सहमत हूँ विनीत के लिखे इस कटाक्ष से ..सही में पत्रकारिता अब सिर्फ की ही पत्रकारिता रह गयी अपितु लोगों ने इसका अब अर्थ ही बदल दिया है... टी आर पी पैसा नाम कुछ हाथ के दिखने की प्रतिस्पर्धा क्या इसको पत्रकारिता कहते हैं ??? इस रिपोर्टर को तो जल्द से जल्द बर्खास्त कर देना चाहिए और साथ ही पत्रकारिता प्रोफेशन से भी बहार कर देना चाहिए..<br /><br />अमित शंखधारAmit Sha..https://www.blogger.com/profile/05286882933065427756noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-87253137227874428752013-06-22T11:30:29.341+05:302013-06-22T11:30:29.341+05:30ज्यादा लानतें मिलने से भी बन्दे बेशर्म हो जाते हैं...ज्यादा लानतें मिलने से भी बन्दे बेशर्म हो जाते हैं... और ये तो जन्मजात बेशर्म है.दीपक बाबाhttps://www.blogger.com/profile/14225710037311600528noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-87163755370358979382013-06-21T23:29:15.684+05:302013-06-21T23:29:15.684+05:30सर ये भी इन बेशर्मो को TRP ही लगेगी, बाजारवाद और स...सर ये भी इन बेशर्मो को TRP ही लगेगी, बाजारवाद और साम्यवाद की मिलीजुली तस्वीर हैये लोग,अभी मैं ह्रदय जोशी को देख सोच रहा था की ये रिपोर्टर असहाय महसूस कर रहा है,और डर भी रहा है।KOH-E-FIZAhttps://www.blogger.com/profile/09543179879236319155noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-78181956169499770212013-06-21T22:40:43.440+05:302013-06-21T22:40:43.440+05:30ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन इस दुर्दशा के जिम...ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन <a href="http://bulletinofblog.blogspot.in/2013/06/blog-post_21.html" rel="nofollow"> इस दुर्दशा के जिम्मेदार हम खुद है - ब्लॉग बुलेटिन</a> मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !<br /><br />ब्लॉग बुलेटिनhttps://www.blogger.com/profile/03051559793800406796noreply@blogger.com