tag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post324650072624306258..comments2023-10-26T18:12:59.863+05:30Comments on साइड मिरर: अविनाश भाई को जैक ऑफ ऑल पसंद नहींविनीत कुमारhttp://www.blogger.com/profile/09398848720758429099noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-35944062358361853922008-04-05T22:59:00.000+05:302008-04-05T22:59:00.000+05:30सुजाता जी की बात से सहमत हूं!सुजाता जी की बात से सहमत हूं!Sanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-54428040039386084512008-04-05T17:22:00.000+05:302008-04-05T17:22:00.000+05:30नही भई ! हाथ पर हाथ रखकए न बैठो ,लेकिन विलाप भी न ...नही भई ! हाथ पर हाथ रखकए न बैठो ,लेकिन विलाप भी न करो । बहुत कुछ नही बदल सकते हम । तो जितना बदलने की हैसियत है उसे बढाने के लिये धीरे धीरे प्रयास करना चाहिये ।सुजाताhttps://www.blogger.com/profile/12373406106529122059noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-32698663390342869122008-04-05T13:54:00.000+05:302008-04-05T13:54:00.000+05:30संजीत भाई से पूरी तरह सहमत लेकिन इसे मानकर क्या ह...संजीत भाई से पूरी तरह सहमत लेकिन इसे मानकर क्या हम हाथ में हाथ रख कर बैठे रहेंAshish Maharishihttps://www.blogger.com/profile/04428886830356538829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-59781266685015567902008-04-05T13:51:00.000+05:302008-04-05T13:51:00.000+05:30सुजाता जी ने मार्के की बात कही, सो "बी कूल"!! टेंश...सुजाता जी ने मार्के की बात कही, सो "बी कूल"!! टेंशन नई लेने का!!<BR/><BR/>और हां आशीष भाई एक बात बताओ, यार अधिकतर मैने देखा है लोगों को दुख जताते कि ब्लॉगिंग मे ये होने लगा वो होने लगा, अरे भाई आखिर ब्लॉग पर वही लोग ही है न, जो हमारे आसपास होते हैं, चाहे पत्रकारिता के या अन्य किसी से! <BR/>तो जब लोग वही है तो बीमारिया क्यों न आएंगी यथार्थ जगत की यहां पर, अब ब्लॉग लिखने वाले अन्य किसी जगत के तो है नही न, वही है आप हम या अन्य जिनसे यह समाज है आज का, सो आज के समय की बातें बीमारियां, लक्षण सब मौजूद ही रहेगा ब्लॉग जगत में भी!!<BR/>वैसे भी जहां इंसान नाम का प्राणी रहेगा वहां राजनीति जरुर रहेगी!! लिख के ले लो इस बात को!!<BR/>याद रखिए एक लेखक ने कहा है कि वेश्यावृति के बाद राजनीति ही मानव का सबसे प्राचीन पेशा है!!Sanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-78689165867181165512008-04-05T11:35:00.000+05:302008-04-05T11:35:00.000+05:30विनीत बाबू, बोल हल्ला हमेशा आपके लेख का स्वागत क...विनीत बाबू, बोल हल्ला हमेशा आपके लेख का स्वागत करेंगा। यह बड़े दुख की बात है कि ब्लॉगिंग में भी पत्रकारिता की तरह गंदी राजनीति हो रही हैAshish Maharishihttps://www.blogger.com/profile/04428886830356538829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-7237376621429720962008-04-05T11:06:00.000+05:302008-04-05T11:06:00.000+05:30तुम्हारे "भाय जी मैडम जी का ब्लॉग "यानि तुम्हारे ब...तुम्हारे "भाय जी मैडम जी का ब्लॉग "यानि तुम्हारे ब्लॉग रोल मे एक भी तो मैडम नही है सभी भायजी हैं !का मजरा है ?<BR/>वैसे ये कारण कुछ समझ नही आया जो तुम बता रहे हो ,तुम्हे भड़ासी मान कर निकाला गया और भड़ास इतना बुरा है तो भड़ास को भी तो ब्लॉग रोल से हटाना चाहिये था ।<BR/>वैसे नामोनिशाँ तो मेरा भी अविनाश जी ने मोहल्ला से हटाया ही है ,हम फिर भी है और रहेंगे :-) चिल्ल मैन चिल्ल !!ये सब बेकार की बातें हैं ।दुखी होने का कुछ नही है ।सुजाताhttps://www.blogger.com/profile/12373406106529122059noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-39569571899359960522008-04-05T10:42:00.000+05:302008-04-05T10:42:00.000+05:30ब्लॉग का एक पुराना नियम है आप अपने मिजाज के हिसाब ...ब्लॉग का एक पुराना नियम है आप अपने मिजाज के हिसाब से लिखे न की मोद्रेटर या किसी और के हिसाब से. जिन्हें बुरा लगता है वो उसे ना पढे, ना कमेंट देRajesh Roshanhttps://www.blogger.com/profile/14363549887899886585noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-77736962472434894332008-04-05T01:14:00.000+05:302008-04-05T01:14:00.000+05:30चुप रहना सबसे संवेदनशील तरीका है कुछ कहने का.. वैस...चुप रहना सबसे संवेदनशील तरीका है कुछ कहने का.. वैसे आपका लिखा अच्छा लग रहा है.. :)PDhttps://www.blogger.com/profile/17633631138207427889noreply@blogger.com