tag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post1499795550014132193..comments2023-10-26T18:12:59.863+05:30Comments on साइड मिरर: इन लौंडों को क्यों बर्बाद कर रहे हो रवीशविनीत कुमारhttp://www.blogger.com/profile/09398848720758429099noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-55241391618113088592009-05-07T17:27:00.000+05:302009-05-07T17:27:00.000+05:30विनीत भाई काहे मजे लेते है। वैसे ये फोटो कहाँ से ल...विनीत भाई काहे मजे लेते है। वैसे ये फोटो कहाँ से लाए।सुशील छौक्कर https://www.blogger.com/profile/15272642681409272670noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-90007334538832495752009-05-05T21:36:00.000+05:302009-05-05T21:36:00.000+05:30कल पढ़ी थी पोस्ट। कम भर का मजा कलहैं ले लिये थे। आज...कल पढ़ी थी पोस्ट। कम भर का मजा कलहैं ले लिये थे। आज रवीश कुमार की शायरी पढ़े और आपके जबाब भी। मजा दुगुना हुआ। फोटो चकाचक है रवीश कुमार की।अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-42363440182881762392009-05-05T20:53:00.000+05:302009-05-05T20:53:00.000+05:30सही जा रहे हो गुरू...!
लल्लन टॉप की माफ़िक...:)सही जा रहे हो गुरू...!<br />लल्लन टॉप की माफ़िक...:)सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttps://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-83919934329321876512009-05-05T12:33:00.000+05:302009-05-05T12:33:00.000+05:30तुम तो बुरा मान गए दोस्त!तुम तो बुरा मान गए दोस्त!इरशाद अलीhttps://www.blogger.com/profile/15303810725164499298noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-4031806683938879192009-05-04T23:12:00.000+05:302009-05-04T23:12:00.000+05:30विनीत, ये सब क्या है? कुछ भी हो तुम्हें जीवन में ग...विनीत, ये सब क्या है? कुछ भी हो तुम्हें जीवन में गंभीरता से काम लेना है.विजयशंकर चतुर्वेदीhttps://www.blogger.com/profile/12281664813118337201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-50978052037516332032009-05-04T20:24:00.000+05:302009-05-04T20:24:00.000+05:30इसे नाम दिया जा सकता है
ब्लॉग मोर्चा
(ब्लॉग का...इसे नाम दिया जा सकता है<br />ब्लॉग मोर्चा<br /> <br />(ब्लॉग का नाम कस्बा सब्जी (सस्ती) शायरी का प्रस्तावित है न पसंद आए तो रद्द माना जाए<br /><br />अच्छा माना है गिरीन्द्र ने<br />कभी कभी ऊ अलग भी लिखते हैं<br />कभी कभी काहे<br /> ...<br /><br />बिकेगा और पोस्ट लगायेंगे तो<br />टिप्पणियां भी थोक में मिलेंगी<br />इतनी कि उड़नतश्तरी की तश्तरी<br />भी नजर नहीं आएगी कहीं।<br /><br />फोटो की नीलामी उलामी करने का<br />विचार तो नहीं<br />कोई तो माला(माल्या) मिल ही जाएगी<br />दिल की शायरी दिल और दिल्ली<br />दोनों में रह जाएगी।अविनाश वाचस्पतिhttps://www.blogger.com/profile/05081322291051590431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6898673550088047104.post-86996836001624155822009-05-04T14:46:00.000+05:302009-05-04T14:46:00.000+05:30काहे मोर्चा खोल रहे हैं भैया। और ई आरोप काहे कि र...काहे मोर्चा खोल रहे हैं भैया। और ई आरोप काहे कि रवीश शायरी लड़कियों के लिए लिखते हैं। कभी कभी ऊ अलग भी लिखते हैं। <br /><br /> हमने उन्हें उनके ब्लॉग के जरिए कहा था कि ऊ एकगो कितबिया छपवाएं सस्ती शायरी के नाम से,,गारंटी देता हूं माल खूब बिकेगा। <br /><br />वैसे स्पेशल रिपोर्ट में कोर्ट-पेंट-टाई लगाकर आने वाले रवीश की जो फोटू आपेन लगाई है ऊ काफी मजेदार है।Girindra Nath Jha/ गिरीन्द्र नाथ झाhttps://www.blogger.com/profile/12599893252831001833noreply@blogger.com